सोमवार, मार्च 22, 2010

! दीदी आपको लालू से प्रॉब्लम है क्या ? !

पटना : रेल मंत्री ममता बनर्जी और पूर्व रेलमंत्री लालू प्रसाद के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. नया विवाद रेलवे के गोल्डेन पास को लेकर सामने आया है. ममता ने लालू प्रसाद यादव के उस पास को रद्द कर यह प्रमाणित कर दिया है कि वे अब लालू से व्यक्ति स्तर पर लडऩे पर उतारू हो गयी हैं. इससे लालू से ज्यादा ममता की अवाम में किरकिरी हुई है. अपना आजीवन रेलवे पास छिन जाने से दुखी पूर्व रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव वर्तमान रेलमंत्री ममता बनर्जी पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि यह गलत परंपरा की शुरूआत हो रही है जबकि सभी रेल मंत्रियों को रेलवे का गोल्डेन पास निर्गत किया जाता रहा है. रेल मंत्री को चार लोगों का पास मिलता है जबकि रेलवे के अधिकारी को दो व्यक्ति का गोल्डेन पास मिलता है. अब अधिकारी को भी दो व्यक्ति का पास मिले और मंत्री को भी उतना ही यह ठीक नहीं लगता. इस कारण उन्होंने रेल मंत्रियों को चार लोगों का पास निर्गत करने का निर्णय लिया. तो इसमें नया क्या हो गया है.लालू प्रसाद यादव ने कहा कि किसी रेलमंत्री के द्वारा पास किया गया कोई भी प्रोजेक्ट या नियमों को अगले रेलमंत्री के द्वारा केंसिल किया जाना एक नयी परंपरा की शुरूआत है. यह लोकतंत्र के लिए शुभ नहीं है. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि आज एक रेलवे अधिकारी को भी प्रथम श्रेणी का दो पास मिलता है और एक पूर्व रेलमंत्री को भी. इस लोकतंत्र में उतना हीं पास मिलेगा? यह उन्हें किसी दृष्टिकोण से सही नहीं लगा और उन्होंने उसे दो से चार लोगों का कर दिया. पास प्रकरण पर रामविलास पासवान ने कहा कि रेलवे का यह फैसला व्यक्तिगत लालू प्रसाद से जुड़ा हुआ नहीं है. इससे पूर्व सभी रेलमंत्रियों को वंचित होना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि जब वह रेलमंत्री थे तो दो पास दिया जाता था उसे लालू ने बढ़ाकर चार कर दिया था. इसका फायदा सभी पूर्व रेलमंत्रियों को मिला था. पुन: ममता ने इसे घटा कर दो कर दिया तो इसका भी घाटा सभी को होगा. व्यक्तिगत लालू प्रसाद का मामला यह नहीं है. सनद रहे कि रेलवे बोर्ड ने रेलमंत्री ममता बनर्जी के आदेश पर विगत दिनो उनका आजीवन कॉम्प्लीमेंट्री कार्ड पास वी-148 को निरस्त करते हुए उनका वीआईपी दर्जा समाप्त कर दिया था. अब वह सिर्फ सांसद सदस्यों वाली सुविधाओं के हकदार हो गये. इसके तहत उन्हें एसी प्रथम श्रेणी में पत्नी के साथ रिजर्वेशन मिलेगा. श्री यादव को अब मात्र राजधानी और शताब्दी के एसी प्रथम श्रेणी कोच में सिर्फ दो सीटों से काम चलाना होगा गौरतलब है कि ममता बनर्जी के रेलमंत्री बनने के अगले दिन यानी 25 मई को 09 को लालू यादव ने रेलवे बोर्ड से अपने नाम लाइफ टाइम वीआईपी कॉम्प्लीमेंट्री कार्ड पास वी-148 जारी कराया था. साथ हीं उन्होंने उक्त सुविधा सभी पूर्व रेलमंत्री को भी देने का आदेश जारी कर रखा था लेकिन नई दिल्ली के वजाय पूर्व रेलवे मुख्यालय में बैठने वाली रेलवे मंत्री ममता बनर्जी से यह बात छिपी नहीं रह पाई और उन्होंने इस तरह से जारी पास को निरस्त करने का आदेश दे दिया. जिसके मद्देनजर रेल भवन ने इस पास को निरस्त कर दिया और उत्तर मध्य रेलवे मुख्यालय सहित देश के सभी जोनल मुख्यालयों को लालू के कॉम्प्लीमेंट्री पास बी-148 का दुरूपयोग रोकने की हिदायत दे दी है.

शुक्रवार, मार्च 05, 2010

! लालू प्रसाद लड़की से बोले 'लव यू टू' !

रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव का मानना है कि युवाओं को अपने मां-बाप की मर्जी से ही शादी करनी चाहिए। वह कहते हैं कि प्यार अच्छी बात है , लेकिन यह पवित्र होना चाहिए। रविवार को लालू प्रसाद यादव काफी रोमैंटिक मूड में नजर आए। उनके ब्लॉग पर एक लड़की ने ' आई लव यू ' लिखा है। हालांकि लालू जी नहीं जानते कि यह लड़की कौन है , लेकिन उन्होंने इसका जवाब खुलकर दिया और अंग्रेजी में कहा - ' इफ शी लव्ज़ मी , देन आई लव हर टू॥। ' इस बयान के साथ उन्होंने तुरंत जोड़ा कि यह प्यार पिता , भाई और दोस्त जैसा प्यार है। गौरतलब है कि प्रोफेसर मटुक नाथ और जूली की प्रेम कहानी के मामले में लालू की खासी किरकिरी हुई थी , क्योंकि उन्होंने मटुकनाथ और जूली का समर्थन किया था। उस घटना के बाद शायद लालू जी ने अपने विचार बदल लिए। फिज़ा और चांद मोहम्मद की कहानी पर भी लालू यादव ने अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि इस तरह के लोगों के साथ ऐसा ही होता है। इसी के साथ उन्होंने देश की सभी लड़कियों को संदेश देते हुए कहा कि सभी अपने मां-बाप की बात मानें। शायद लालू युवाओं के बीच अपनी लोकप्रियता बनाए रखना चाहते हैं , लेकिन इसके साथ ही उनके माता-पिताओं के बीच भी अलोकप्रिय नहीं होना चाहते। इसीलिए उन्होंने कहा , कि प्यार तो हो , पर मर्यादा के भीतर।